इस ११ सफेद कौडी को ११०० बार लक्ष्मी गणेश सरस्वती मंत्र से सिद्ध किया गया है। सफेद कौड़ी (White Cowrie) एक प्रकार का समुद्री शंख होता है जिसे अलग अलग मनोकामना की पूर्ति के लिये पूजा मे य्पयोग किया जाता है। सफेद कौड़ी का महत्व और इसके उपयोग से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी निम्नलिखित है:
- सफेद कौडी की प्राप्ति और स्वरूप:
- सफेद कौड़ी समुद्र में पाई जाती है और इसका आकार छोटी शंख जैसी होती है।
- यह सफेद रंग की होती है और इसका रूप गोलाकार और चिकना होता है।
- सफेद कौडी का उपयोग:
- धन और समृद्धि: सफेद कौड़ी का उपयोग विशेष रूप से लक्ष्मी पूजा में किया जाता है। इसे धन आकर्षित करने और समृद्धि लाने के लिए शुभ माना जाता है।
- वास्तु दोष निवारण: इसे घर में रखने से वास्तु दोष समाप्त होते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- साधनाएँ: सफेद कौड़ी का उपयोग विभिन्न साधनाओं और अनुष्ठानों में किया जाता है। यह साधक को सुरक्षा और सफलता प्रदान करती है।
- ज्योतिषीय उपाय: ज्योतिषीय उपायों में भी सफेद कौड़ी का प्रयोग किया जाता है। यह विभिन्न ग्रह दोषों का निवारण करने के लिए उपयोगी मानी जाती है।
- सफेद कौडी से लाभ:
- धन प्राप्ति: सफेद कौड़ी को पूजा स्थल या तिजोरी में रखने से धन की प्राप्ति होती है और आर्थिक स्थिरता आती है।
- इसे तिजोरी मे रखने से माता लक्ष्मी की कृपा होती है।
- सकारात्मक ऊर्जा: इसे घर में रखने से घर में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- रोग निवारण: सफेद कौड़ी का उपयोग स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं के निवारण के लिए भी किया जाता है।
- सफेद कौडी-सावधानियाँ:
- सफेद कौड़ी का उपयोग करते समय इसे पवित्र और साफ रखना चाहिए।
- इसका सही तरीके से और सही स्थान पर उपयोग करना चाहिए, जैसे कि पूजा स्थल, तिजोरी, या अनुष्ठान के दौरान।
- मंत्र “ॐ ऐं श्रीं कार्य सिद्धये गं नमः” “OM AIM SHREE KARYA SIDDHAYE GAMM NAMAHA”