इस काली हल्दी को ११०० बार काली मंत्र से सिद्ध (energized) किया गया है। काली हल्दी (Curcuma caesia or Black turmeric) एक दुर्लभ और औषधीय पौधा है, जिसे संस्कृत में “कृष्ण हरिद्रा” कहा जाता है। यह हल्दी के परिवार से संबंधित है, लेकिन इसका रंग हल्का नीला या हल्का काला होता है। और गुण सामान्य पीली हल्दी से भिन्न होते हैं। काली हल्दी का उपयोग आयुर्वेद और पूजा साधना में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
काली हल्दी के वैज्ञानिक औषधीय गुण:
- एंटीऑक्सीडेंट गुण: काली हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करने में सहायक होते हैं।
- सूजनरोधी: इसमें सूजनरोधी गुण होते हैं, जो शरीर की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
- एंटीबैक्टीरियल और एंटिफंगल: काली हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटिफंगल गुण होते हैं, जो त्वचा संबंधी रोगों और संक्रमणों को ठीक करने में सहायक होते हैं।
- पाचन सुधारक: इसका उपयोग पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और गैस्ट्रिक समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है।
- रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला: काली हल्दी का नियमित सेवन शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
तांत्रिक और आध्यात्मिक उपयोग:
- धन और संपत्ति की प्राप्ति: काली हल्दी का उपयोग धन और संपत्ति की प्राप्ति के लिए किया जाता है। इसे तिजोरी में रखने से धन की वृद्धि होती है।
- सुरक्षा और बाधा निवारण: काली हल्दी को तंत्र मंत्र और सुरक्षा कवच के रूप में उपयोग किया जाता है। इसे साथ रखने से नकारात्मक ऊर्जा और बाधाओं से रक्षा होती है।
- वास्तु दोष निवारण: घर या व्यापार स्थल में वास्तु दोष होने पर काली हल्दी का प्रयोग करके दोषों का निवारण किया जाता है।
काली हल्दी के प्रयोग की विधि:
- धन की प्राप्ति के लिए: काली हल्दी को चांदी की डिब्बी में रखकर तिजोरी में रखें।
- वास्तु दोष निवारण के लिए: काली हल्दी को लाल कपड़े में बांधकर घर के मुख्य द्वार पर रखें।
- स्वास्थ्य के लिए: काली हल्दी का सेवन चिकित्सक की सलाह के अनुसार करें, जैसे कि एक चुटकी काली हल्दी दूध के साथ मिलाकर पीना।
- काली हल्दी मंत्र “ॐ क्रीं क्रीं कालिके नमः” “OM KREEM KREEM KALIKE NAMAHA”
काली हल्दी का महत्व केवल आयुर्वेद में ही नहीं, बल्कि तंत्र और वास्तु शास्त्र में भी है। इसका उपयोग सही तरीके से करने से व्यक्ति को जीवन में अनेक लाभ प्राप्त होते हैं।
अगर आपको दवा के रूप मे काली हल्दी का उपयोग करना है तो किसी जानकार बैद्य से मार्गदर्शन ले।