सनातन काल से ही गुरु दीक्षा परंपरा रही है। गुरु दीक्षा आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमें एक गुरु अपने शिष्य को विषेश विधि से मंत्र की स्थापना कर मंत्र, शिक्षा, और ज्ञान प्रदान करता है। यह दीक्षा शिष्य के आध्यात्मिक विकास के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। दीक्षा का अर्थ होता है ‘दिया जाना’ या ‘सौंपी गई।’
गुरु दीक्षा के लाभ:
- आध्यात्मिक जागृति: गुरु दीक्षा से आध्यात्मिक जागृति होती है और व्यक्ति का जीवन उच्च आध्यात्मिक स्तर पर पहुँचता है।
- आत्म-साक्षात्कार: आत्म-साक्षात्कार और आत्मा की वास्तविकता को समझने में मदद मिलती है।
- शांति और संतोष: मानसिक शांति और संतोष प्राप्त होता है।
- आध्यात्मिक मार्गदर्शन: गुरु से निरंतर आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त होता है।
- कर्मों का शोधन: पूर्वजन्मों के कर्मों का शोधन और शुद्धिकरण होता है।
- आध्यात्मिक शक्ति: आध्यात्मिक शक्तियों का संचार होता है।
- सकारात्मक ऊर्जा: जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं।
- ध्यान में प्रगति: ध्यान और साधना में गहरी प्रगति होती है।
- आध्यात्मिक ज्ञान: शास्त्रों और धर्मग्रंथों का गहन ज्ञान प्राप्त होता है।
- सद्गुणों का विकास: व्यक्ति के भीतर सद्गुणों का विकास होता है।
- संस्कारों का सुधार: मानसिक और आध्यात्मिक संस्कारों का सुधार होता है।
- समस्याओं का समाधान: जीवन की विभिन्न समस्याओं का समाधान मिलता है।
- समाज में प्रतिष्ठा: समाज में प्रतिष्ठा और सम्मान की प्राप्ति होती है।
- स्वास्थ्य में सुधार: मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- ईश्वर की कृपा: गुरु के माध्यम से ईश्वर की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है।