सूर्य ग्रहण पूजा
सूर्य ग्रहण पूजा एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है जिसे हिंदू धर्म में विशेष मान्यता प्राप्त है। सूर्य ग्रहण के समय, भक्तगण भगवान सूर्य की पूजा करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए विभिन्न धार्मिक क्रियाएँ करते हैं। यह पूजा विशेष रूप से आध्यात्मिक उन्नति, स्वास्थ्य लाभ, और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति के लिए की जाती है। सूर्य ग्रहण के समय किए गए जाप, ध्यान और दान का विशेष महत्व होता है। सूर्य ग्रहण के दौरान भक्तगण नदी, तालाब या पवित्र जलाशयों में स्नान करते हैं और अपने पापों से मुक्ति की कामना करते हैं। इसके बाद वे सूर्य भगवान को जल अर्पित करते हैं और मंत्रों का जाप करते हैं। इस समय में विष्णु सहस्रनाम, आदित्य ह्रदय स्तोत्र और अन्य धार्मिक पाठ किए जाते हैं। ग्रहण समाप्त होने के बाद, दान-पुण्य करने का भी विशेष महत्व है, जैसे अनाज, वस्त्र, धन आदि का दान।
सूर्य ग्रहण पूजा के लाभ
- नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति: नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से मुक्ति मिलती है।
- परिवारिक सुख: परिवार में सुख और समृद्धि बनी रहती है।
- पापों से मुक्ति: इस पूजा से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
- आध्यात्मिक उन्नति: आत्मा की आध्यात्मिक उन्नति होती है।
- शांति और संतोष: मानसिक शांति और संतोष प्राप्त होता है।
- स्वास्थ्य लाभ: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- कर्मों का शुद्धिकरण: जीवन के सभी कर्मों का शुद्धिकरण होता है।
- भगवान सूर्य की कृपा: भगवान सूर्य की कृपा प्राप्त होती है।
- धन-धान्य में वृद्धि: धन और धान्य में वृद्धि होती है।
- समृद्धि और सफलता: जीवन में समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
- संतान सुख: संतान प्राप्ति और उनकी उन्नति होती है।
- आत्मविश्वास में वृद्धि: आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
- मन की शांति: मन की शांति और संतोष प्राप्त होता है।
- रोगों से मुक्ति: विभिन्न प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है।
- शत्रुओं पर विजय: शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार: सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- भय से मुक्ति: सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिलती है।
- सुखद वैवाहिक जीवन: वैवाहिक जीवन में सुख और संतोष मिलता है।
- मन्नतों की पूर्ति: सभी मन्नतें पूरी होती हैं।
- भक्ति और श्रद्धा में वृद्धि: भक्ति और श्रद्धा में वृद्धि होती है।
यह पूजा योग्य पंडित द्वारा ही हम करवाते हैं, और हम इस पूजा को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से करवाते हैं।