चंद्र और राहु के दोष से मुक्ति: चंद्र ग्रहण दोष निवारण पूजा के लाभ
चंद्र ग्रहण दोष निवारण पूजा जीवन में अशांति, मानसिक तनाव, और बाधाओं को दूर करने में सहायक है। जब कुंडली में चंद्रमा और राहु एक ही भाव में होते हैं, तो यह दोष उत्पन्न होता है। इससे जातक को मानसिक अस्थिरता, आर्थिक समस्याएं, और पारिवारिक कष्टों का सामना करना पड़ता है। इस पूजा से दोष के दुष्प्रभाव कम किए जा सकते हैं।
कुंडली के 12 भाव में चंद्र ग्रहण दोष का प्रभाव
1. प्रथम भाव में चंद्र ग्रहण दोष
व्यक्ति का आत्मविश्वास कमजोर होता है, मानसिक तनाव और स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ती हैं।
2. द्वितीय भाव में चंद्र ग्रहण दोष
आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं, और परिवार में तनाव बना रहता है।
3. तृतीय भाव में चंद्र ग्रहण दोष
साहस में कमी आती है, और भाई-बहनों के साथ संबंध खराब होते हैं।
4. चतुर्थ भाव में चंद्र ग्रहण दोष
माता के साथ विवाद और गृह शांति भंग होती है।
5. पंचम भाव में चंद्र ग्रहण दोष
संतान से जुड़ी समस्याएं और शिक्षा में बाधा उत्पन्न होती है।
6. षष्ठ भाव में चंद्र ग्रहण दोष
शत्रुता और कानूनी मामलों में उलझनें बढ़ती हैं।
7. सप्तम भाव में चंद्र ग्रहण दोष
विवाह जीवन में कठिनाइयां और साझेदारी में असफलता होती है।
8. अष्टम भाव में चंद्र ग्रहण दोष
अचानक दुर्घटनाएं और जीवन में अनिश्चितता बढ़ती है।
9. नवम भाव में चंद्र ग्रहण दोष
भाग्य का साथ नहीं मिलता, और धार्मिक गतिविधियों में बाधा आती है।
10. दशम भाव में चंद्र ग्रहण दोष
करियर में असफलता और कार्यक्षेत्र में अस्थिरता रहती है।
11. एकादश भाव में चंद्र ग्रहण दोष
लाभ में कमी और मित्रों के साथ मतभेद होते हैं।
12. द्वादश भाव में चंद्र ग्रहण दोष
विदेश यात्रा में बाधा और आर्थिक हानि होती है।
12 राशियों पर चंद्र ग्रहण दोष का प्रभाव
मेष राशि (Aries)
चंद्र ग्रहण दोष से मेष राशि वालों को करियर में बाधाएं और मानसिक अशांति का सामना करना पड़ता है। पारिवारिक जीवन में भी तनाव हो सकता है।
वृषभ राशि (Taurus)
वृषभ राशि पर इस दोष के कारण आर्थिक समस्याएं और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बढ़ सकती हैं। जीवनसाथी के साथ मतभेद हो सकते हैं।
मिथुन राशि (Gemini)
मिथुन राशि के जातकों को इस दोष से यात्रा में बाधा, नौकरी में अस्थिरता, और संबंधों में कटुता का सामना करना पड़ता है।
कर्क राशि (Cancer)
कर्क राशि पर चंद्रमा का विशेष प्रभाव होता है। इस दोष से मानसिक तनाव, पारिवारिक विवाद, और धन हानि होने की संभावना रहती है।
सिंह राशि (Leo)
सिंह राशि वालों को करियर में रुकावटें, शत्रु बाधाएं, और आत्मविश्वास की कमी महसूस हो सकती है।
कन्या राशि (Virgo)
कन्या राशि के जातकों को स्वास्थ्य समस्याएं, आर्थिक हानि, और वैवाहिक जीवन में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
तुला राशि (Libra)
तुला राशि पर चंद्र ग्रहण दोष के कारण मानसिक अस्थिरता, निर्णय क्षमता में कमी, और भाग्य के साथ न मिलने की समस्या हो सकती है।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
वृश्चिक राशि के जातकों को अचानक दुर्घटनाओं, विवादों, और धन हानि जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
धनु राशि (Sagittarius)
धनु राशि पर इस दोष का प्रभाव शिक्षा और धर्म के कार्यों में रुकावट के रूप में दिखता है। मानसिक तनाव भी बढ़ता है।
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि के जातकों को करियर में अस्थिरता, पारिवारिक कलह, और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
कुंभ राशि (Aquarius)
कुंभ राशि पर इस दोष से मित्रों के साथ मतभेद, लाभ में कमी, और सामाजिक प्रतिष्ठा में गिरावट होती है।
मीन राशि (Pisces)
मीन राशि के जातकों को यात्रा में बाधा, स्वास्थ्य समस्याएं, और पारिवारिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है।
चंद्र ग्रहण दोष निवारण पूजा के लाभ
- मानसिक शांति और आत्मविश्वास में वृद्धि।
- आर्थिक स्थिति में सुधार।
- पारिवारिक जीवन में सुख-शांति।
- शत्रु बाधा का नाश।
- स्वास्थ्य में सुधार।
- वैवाहिक जीवन में मधुरता।
- शिक्षा में सफलता।
- संतान सुख की प्राप्ति।
- व्यवसाय में उन्नति।
- भाग्य का उदय।
- घर-परिवार में सुख-समृद्धि।
- दुर्घटनाओं से बचाव।
- कानूनी मामलों में सफलता।
- आध्यात्मिक विकास।
- विदेश यात्रा में सफलता।
पूजा का शुभ मुहूर्त
चंद्र ग्रहण दोष निवारण पूजा के लिए पूर्णिमा, अमावस्या, या चंद्र ग्रहण के समय विशेष रूप से शुभ मानी जाती है। विद्वान पंडित ज्योतिषीय गणना से उपयुक्त समय तय करते हैं।
पूजा किसको करवानी चाहिए?
- जिनकी कुंडली में चंद्रमा और राहु एक ही भाव में हों।
- जिन्हें मानसिक तनाव और अस्थिरता हो।
- जिनके जीवन में आर्थिक या पारिवारिक समस्याएं हो।
- जो स्वास्थ्य और कार्यक्षेत्र में बाधाओं का सामना कर रहे हों।
हमारे विद्वान पंडित द्वारा चंद्र ग्रहण दोष निवारण पूजा
हमारे पंडित वैदिक और तांत्रोक्त विधि से पूजा संपन्न करवाते हैं। आप यह पूजा व्यक्तिगत रूप से या ऑनलाइन करवा सकते हैं। ऑनलाइन पूजा के लिए फोटो और विवरण देना होता है। पूजा समाप्ति के बाद सामग्री और यंत्र आपके पते पर भेजी जाती है।
चंद्र ग्रहण दोष निवारण पूजा से जुड़े प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1: चंद्र ग्रहण दोष क्या है?
उत्तर: जब कुंडली में चंद्रमा और राहु एक ही भाव में हों, तो यह दोष उत्पन्न होता है।
प्रश्न 2: यह पूजा क्यों करनी चाहिए?
उत्तर: चंद्र ग्रहण दोष के दुष्प्रभाव कम करने और जीवन में शांति लाने के लिए यह पूजा आवश्यक है।
प्रश्न 3: पूजा के लिए कौन-सा दिन शुभ है?
उत्तर: पूर्णिमा, अमावस्या, और ग्रहण के दिन पूजा करना शुभ होता है।
प्रश्न 4: क्या यह पूजा ऑनलाइन करवाई जा सकती है?
उत्तर: हां, आप यह पूजा ऑनलाइन करवा सकते हैं। सामग्री आपके पते पर भेज दी जाएगी।
प्रश्न 5: पूजा में कितना समय लगता है?
उत्तर: यह पूजा लगभग 2-3 घंटे में संपन्न होती है।
प्रश्न 6: क्या पूजा सभी करवा सकते हैं?
उत्तर: हां, यह पूजा कोई भी करवा सकता है, विशेषकर जिन्हें चंद्र ग्रहण दोष है।
प्रश्न 7: पूजा में कौन-कौन सी सामग्री लगती है?
उत्तर: सामग्री में चावल, नारियल, फल, फूल, घी, दीपक, और यंत्र शामिल होते हैं।
प्रश्न 8: क्या पूजा के बाद विशेष नियम हैं?
उत्तर: हां, ब्रह्मचर्य का पालन और सात्विक आहार का सेवन करना चाहिए।
प्रश्न 9: क्या यह पूजा बच्चों के लिए लाभकारी है?
उत्तर: हां, यह पूजा संतान सुख और शिक्षा में सफलता दिलाती है।
प्रश्न 10: क्या पूजा के लिए कुंडली दिखाना जरूरी है?
उत्तर: हां, कुंडली से दोष की पुष्टि करना आवश्यक है।