अघोर शिव दीक्षा – आत्मबल, धन और दिव्यता की दिव्य कुंजी
Aghor Shiva Diksha एक अत्यंत शक्तिशाली और गूढ़ आध्यात्मिक प्रक्रिया है जो साधक के जीवन में धन, आत्मबल और दिव्यता का संचार करती है। यह दीक्षा साधक को शिव के अघोर रूप से जोड़ती है, जो भय, नकारात्मकता और दुर्भाग्य को नष्ट कर सौभाग्य, समृद्धि और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करते हैं।
अघोर शिव दीक्षा के माध्यम से साधक के भीतर सुप्त शक्तियाँ जागृत होती हैं और उसके कर्म तेज़ी से फल देने लगते हैं। यह दीक्षा न केवल धन प्राप्ति के लिए बल्कि जीवन के संपूर्ण संतुलन के लिए उपयोगी है। DivyayogAshram द्वारा दी जाने वाली यह दीक्षा विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो मानसिक, आर्थिक या आत्मिक संकटों से मुक्ति चाहते हैं।
इस दीक्षा के साथ साधक मंत्र सिद्ध रुद्र माला भी प्राप्त कर सकते हैं, जो साधना की शक्ति को कई गुना बढ़ाती है।
दीक्षा की आवश्यकता क्यों होती है
शिव का अघोर रूप शुद्धता, निर्भयता और परिवर्तन का प्रतीक है। जब व्यक्ति जीवन में बाधाओं, कर्ज, रोग या दुर्भाग्य से घिर जाता है, तो उसकी आंतरिक शक्ति निष्क्रिय हो जाती है। दीक्षा गुरु के माध्यम से साधक के भीतर उस सुप्त शक्ति को पुनः जागृत करती है।
अघोर शिव दीक्षा गुरु द्वारा शक्ति-संक्रमण की प्रक्रिया है जिसमें साधक शिव ऊर्जा से सीधे जुड़ता है। इस दीक्षा से मन, शरीर और आत्मा में समरसता आती है और व्यक्ति का भाग्य पलटने लगता है।
DivyayogAshram में दी जाने वाली यह दीक्षा पूर्णतः सुरक्षित, पवित्र और परिणामकारी होती है।
अघोर शिव दीक्षा के चमत्कारी लाभ
- भय और नकारात्मक ऊर्जा का पूर्ण नाश होता है।
- आत्मबल और मानसिक शक्ति का विकास होता है।
- अचानक धन और अवसर प्राप्त होते हैं।
- जीवन में सफलता के मार्ग खुलते हैं।
- ग्रह दोष और पितृ दोष शांत होते हैं।
- कर्ज और आर्थिक संकट दूर होते हैं।
- रुद्र ऊर्जा से शरीर और मन शुद्ध होता है।
- साधना और जप में सफलता मिलती है।
- भाग्य और कर्म दोनों अनुकूल होते हैं।
- घर-परिवार में शांति और सौभाग्य बढ़ता है।
- आध्यात्मिक ऊर्जा का स्तर ऊँचा होता है।
- रोग और मानसिक अशांति समाप्त होती है।
- व्यापार और नौकरी में स्थिरता आती है।
- शत्रु और बाधाएँ स्वतः दूर हो जाती हैं।
- आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता बढ़ती है।
- साधक में शिवत्व की झलक आने लगती है।
- जीवन में चमत्कारिक परिवर्तन अनुभव होते हैं।
- गुरु-कृपा और शिव-कृपा साथ मिलती है।
- दिव्यता और समृद्धि दोनों की वृद्धि होती है।
- साधक के जीवन में स्थायी संतुलन आता है।
दीक्षा मुहूर्त
अघोर शिव दीक्षा के लिए शुभ समय वह होता है जब रुद्र तत्त्व प्रबल होता है।
मुख्य रूप से सोमवार, अमावस्या, पूर्णिमा और महाशिवरात्रि इस दीक्षा के लिए अत्यंत शुभ माने जाते हैं।
विशेष मुहूर्त:
- सोमवार की रात 8 से 10 बजे तक
- महाशिवरात्रि या श्रावण मास की संध्या
- कार्तिक अमावस्या या श्रावण पूर्णिमा
- रुद्र योग या अघोर नक्षत्र का समय
DivyayogAshram हर माह विशेष मुहूर्त में ऑनलाइन और ऑफलाइन दीक्षा प्रदान करता है।
गुरु के संकल्प से यह दीक्षा साधक के जीवन में तुरंत प्रभाव लाती है।
दीक्षा के नियम
दीक्षा प्राप्त करने से पहले साधक को कुछ शुद्ध और अनुशासित नियमों का पालन करना चाहिए।
- दीक्षा से तीन दिन पहले सात्विक भोजन करें।
- मन, वाणी और कर्म में शुद्धता बनाए रखें।
- दीक्षा के दिन स्नान कर केसरिया या सफेद वस्त्र पहनें।
- घर में दीपक और धूप जलाएँ।
- गुरु द्वारा बताए गए मंत्र का ध्यान करें।
- दीक्षा के बाद 11 दिन तक प्रतिदिन जप करें।
- नकारात्मक लोगों और विचारों से दूरी रखें।
DivyayogAshram के गुरु दीक्षा के साथ मंत्र सिद्ध रुद्र माला, ध्यान विधि और पूजन क्रम भी बताते हैं, जिससे साधक का अनुभव गहरा होता है।
कौन ले सकता है यह दीक्षा
अघोर शिव दीक्षा हर व्यक्ति के लिए लाभकारी है, चाहे वह गृहस्थ हो या साधक।
यह दीक्षा विशेष रूप से उपयोगी है:
- उन लोगों के लिए जो धन और सौभाग्य की कमी महसूस करते हैं।
- व्यापारियों के लिए जो निरंतर हानि का सामना कर रहे हैं।
- नौकरीपेशा लोगों के लिए जो स्थिरता और पदोन्नति चाहते हैं।
- आध्यात्मिक साधकों के लिए जो रुद्र शक्ति की सिद्धि चाहते हैं।
दीक्षा DivyayogAshram से ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से ली जा सकती है।
साथ ही, साधक मंत्र सिद्ध माला प्राप्त कर दीक्षा के प्रभाव को कई गुना बढ़ा सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. क्या अघोर शिव दीक्षा सबके लिए उपयुक्त है?
हाँ, यह दीक्षा हर व्यक्ति के लिए है जो धन, शक्ति और शांति चाहता है।
2. क्या ऑनलाइन दीक्षा भी प्रभावी होती है?
हाँ, DivyayogAshram की ऑनलाइन दीक्षा गुरु संकल्प से समान प्रभाव देती है।
3. क्या दीक्षा के बाद साधना करनी होती है?
हाँ, गुरु द्वारा बताए गए मंत्र जप से ऊर्जा स्थिर रहती है।
4. क्या यह दीक्षा नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करती है?
हाँ, यह दीक्षा रुद्र कवच की तरह सुरक्षा प्रदान करती है।
5. क्या इस दीक्षा से धन और सौभाग्य दोनों मिलते हैं?
हाँ, शिव का अघोर स्वरूप दोनों का संचार करता है।
6. क्या यह दीक्षा ग्रह दोष निवारण में मदद करती है?
हाँ, रुद्र ऊर्जा ग्रहों के दुष्प्रभाव को शांत करती है।
7. DivyayogAshram से संपर्क कैसे करें?
DivyayogAshram की वेबसाइट या अधिकृत माध्यमों से पंजीकरण करें।
अंत मे
अघोर शिव दीक्षा केवल एक आध्यात्मिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि जीवन के सभी स्तरों पर संतुलन, धन और शांति का स्रोत है।
यह दीक्षा साधक के भीतर रुद्र तत्त्व को जागृत कर उसे भय, दुर्भाग्य और बाधाओं से मुक्त करती है।
DivyayogAshram के माध्यम से दी जाने वाली यह दीक्षा पूर्णतः पवित्र, सुरक्षित और प्रभावशाली है।
जो व्यक्ति अपने जीवन में दिव्यता, आत्मबल और स्थायी धन चाहते हैं, उन्हें इस दीक्षा में अवश्य सम्मिलित होना चाहिए।
(दीक्षा ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से ली जा सकती है।)
इस दीक्षा के साथ आप “मंत्र सिद्ध रुद्र माला” भी प्राप्त कर सकते हैं, जो साधना की शक्ति को कई गुना बढ़ाती है।


