विष योग पूजा
विष योग पूजा एक विशेष पूजा है जो जन्म कुंडली में विष योग की नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए की जाती है। विष योग तब बनता है जब शनि और चंद्रमा एक ही राशि में या एक दूसरे के दृष्टि में होते हैं। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक, और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विष योग पूजा के माध्यम से शनि और चंद्रमा को प्रसन्न करके इस योग के दुष्प्रभावों को कम किया जाता है। इस पूजा में मंत्र जाप, हवन, और विशेष रूप से शनि और चंद्रमा की आराधना की जाती है।
विष योग पूजा के लाभ
- मानसिक शांति – पूजा से मानसिक अशांति और तनाव कम होता है।
- आर्थिक समृद्धि – विष योग के नकारात्मक प्रभावों को कम करके आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
- स्वास्थ्य में सुधार – शारीरिक रोगों से मुक्ति मिलती है और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- पारिवारिक सुख – परिवार में शांति, प्रेम और समृद्धि आती है।
- सफलता प्राप्ति – कार्यों में सफलता और उन्नति प्राप्त होती है।
- विपत्तियों से रक्षा – जीवन में आने वाली विपत्तियों से सुरक्षा मिलती है।
- नेगेटिव ऊर्जा से मुक्ति – नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से मुक्ति मिलती है।
- सुख और संतोष – जीवन में सुख और संतोष प्राप्त होता है।
- रोगों से मुक्ति – पूजा से शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है।
- परिवार में प्रेम और सद्भावना – परिवार में प्रेम, सद्भावना और आपसी समझ बढ़ती है।
- भय से मुक्ति – विष योग के कारण होने वाले भय और चिंता से मुक्ति मिलती है।
- ज्ञान और विवेक – पूजा करने से ज्ञान और विवेक में वृद्धि होती है।
- पवित्रता और शुद्धि – मन, शरीर और आत्मा की पवित्रता और शुद्धि प्राप्त होती है।
- कर्मों का फल – अच्छे कर्मों का शुभ फल मिलता है।
- संकटों का निवारण – जीवन के संकटों और बाधाओं का निवारण होता है।
- धार्मिक स्थिरता – धार्मिक और आध्यात्मिक स्थिरता प्राप्त होती है।
- विवाह में समस्याओं का समाधान – विवाह संबंधित समस्याओं का समाधान होता है।
- संतान सुख – नि:संतान दंपत्तियों को संतान सुख की प्राप्ति होती है।
- साहस और आत्मविश्वास – साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
- जीवन में सकारात्मकता – जीवन में सकारात्मकता और उत्साह का संचार होता है।
हम इस पूजा को योग्य पंडित द्वारा करवाते हैं। इस पूजा को ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से करवा सकते हैं।
Puja muhurth: Monday, Grahan, Amavasya, Ravi Pushya nakshatra