शनि साढ़े साती पूजा
शनि साढ़े साती एक ऐसी स्थिति होती है जब शनि ग्रह जन्म राशि से बारहवें, पहले और दूसरे भाव में क्रमशः साढ़े सात साल तक रहता है। यह अवधि व्यक्ति के जीवन में कई चुनौतियाँ और कठिनाइयाँ लाती है। शनि साढ़े साती का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में बाधाओं, वित्तीय समस्याओं, स्वास्थ्य समस्याओं, और अन्य कठिनाइयों के रूप में देखा जा सकता है। इन प्रभावों को कम करने और जीवन में शांति, समृद्धि, और सफलता प्राप्त करने के लिए शनि साढ़े साती पूजा की जाती है।
शनि साढ़े साती पूजा के लाभ
- बाधाओं का निवारण: जीवन में आने वाली बाधाओं और कठिनाइयों को दूर करता है।
- स्वास्थ्य लाभ: स्वास्थ्य समस्याओं से राहत मिलती है।
- आर्थिक समृद्धि: आर्थिक संकटों को कम करके धन और समृद्धि लाता है।
- मानसिक शांति: मानसिक शांति और तनाव से मुक्ति मिलती है।
- कर्ज से मुक्ति: कर्ज और वित्तीय समस्याओं से राहत मिलती है।
- कार्य में सफलता: कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
- सौभाग्य में वृद्धि: सौभाग्य और भाग्य में वृद्धि होती है।
- शत्रुओं से सुरक्षा: शत्रुओं और बुरी शक्तियों से सुरक्षा मिलती है।
- परिवार की सुरक्षा: परिवार के सदस्यों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित होता है।
- सुख-समृद्धि: परिवार में सुख और समृद्धि बनी रहती है।
- शांति और सुरक्षा: जीवन में शांति, सुरक्षा और संतोष की प्राप्ति होती है।
- विवाह में सफलता: विवाह में सफलता और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए लाभकारी होती है।
- संतान सुख: संतान प्राप्ति और संतान की खुशहाली में सहायक होती है।
- धैर्य और साहस: धैर्य और साहस को बढ़ावा देती है।
- पेशेवर सफलता: पेशेवर जीवन में उन्नति और सफलता प्राप्त होती है।
- भयमुक्ति: जीवन में मौजूद सभी प्रकार के भय और चिंताओं से मुक्ति मिलती है।
- सुखद यात्रा: यात्रा के दौरान सुरक्षा और सफलता सुनिश्चित होती है।
- रिश्तों में सुधार: पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों में सुधार होता है।
- शिक्षा में सफलता: शिक्षा और ज्ञान प्राप्ति में सफलता मिलती है।
- आध्यात्मिक प्रगति: आध्यात्मिक उन्नति और आत्मा की शुद्धि होती है।
हम इस पूजा को योग्य पंडित द्वारा करवाते हैं। इस पूजा को ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से करवा सकते हैं।