कालज्ञान साधना
छठी इंद्री खोलने वाली कालज्ञान साधना एक प्राचीन साधना मानी जाती है जो साधक को भविष्य की घटनाओं को देखने और समझने की क्षमता प्रदान करती है। इस साधना में साधक विशेष मंत्रों का जाप और ध्यान करते हैं, जिससे उनकी आंतरिक दृष्टि और छठी इंद्री सक्रिय होती है। कालज्ञान साधना से साधक को भविष्य में आने वाली समस्याओं और चुनौतियों का पूर्वाभास होना शुरु हो जाता है, जिससे वे समय रहते उन्हें टाल सकते हैं या उनका समाधान खोज सकते हैं। यह साधना जीवन के विभिन्न पहलुओं में मार्गदर्शन और निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाती है।
कालज्ञान साधना के लाभ:
- भविष्य की घटनाओं का पूर्वाभास: साधक को भविष्य में होने वाली घटनाओं का पूर्वाभास होता है।
- समस्याओं का समाधान: भविष्य की समस्याओं का समाधान समय रहते किया जा सकता है।
- सही निर्णय लेने की क्षमता: साधक की निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होती है।
- आंतरिक दृष्टि का विकास: साधना से साधक की आंतरिक दृष्टि और छठी इंद्री सक्रिय होती है।
- सकारात्मक ऊर्जा: साधना से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- मानसिक शांति: साधक को मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।
- आध्यात्मिक उन्नति: साधना से साधक की आध्यात्मिक उन्नति होती है और उसे दिव्य ज्ञान प्राप्त होता है।
- सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण: जीवन में आने वाली सभी प्रकार की बाधाएं और कठिनाइयां दूर होती हैं।
- सुरक्षा: भविष्य की घटनाओं का पूर्वाभास होने से साधक सुरक्षा के उपाय कर सकता है।
- जीवन में संतुलन: साधना से साधक के जीवन में संतुलन और समृद्धि आती है।
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