अनंग त्रयोदशी पूजा
अनंग त्रयोदशी पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू पूजा है जो भगवान कामदेव को समर्पित होता है। इसे फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान कामदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है, जिन्हें प्रेम और सौंदर्य के देवता माना जाता है। व्रतधारी इस दिन उपवास रखते हैं और भगवान कामदेव की मूर्ति या चित्र के सामने दीप जलाकर, पुष्प, धूप, और मिठाई अर्पित करते हैं। इसके अलावा, रति देवी की भी पूजा की जाती है। यह पूजा विवाहित दंपतियों के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है, क्योंकि यह पूजा करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है। अनंग त्रयोदशी के दिन भगवान कामदेव की कथा का श्रवण और पाठ भी किया जाता है, जिससे भक्तों को कामदेव और रति देवी का आशीर्वाद मिलता है।
अनंग त्रयोदशी व्रत के लाभ
- वैवाहिक जीवन में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है।
- पति-पत्नी के बीच आपसी समझ और विश्वास में वृद्धि होती है।
- जीवन में सुख और शांति का आगमन होता है।
- मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
- मानसिक और भावनात्मक संतुलन प्राप्त होता है।
- रिश्तों में मधुरता आती है।
- परिवार में खुशियों का माहौल बना रहता है।
- सामाजिक जीवन में सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ती है।
- प्रेम संबंधों में सफलता मिलती है।
- आध्यात्मिक उन्नति होती है।
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- बच्चों की उन्नति और खुशियों में वृद्धि होती है।
- कामदेव और रति देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- जीवन में सौंदर्य और आकर्षण की वृद्धि होती है।
- कठिन परिस्थितियों में धैर्य और साहस प्राप्त होता है।
- सभी प्रकार के वैवाहिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।
- पति-पत्नी के बीच प्रेम और आत्मीयता बढ़ती है।
- रिश्तों में स्थायित्व और मजबूती आती है।
- भगवान कामदेव की कृपा से जीवन में आनंद और सुख की प्राप्ति होती है।
यह पूजा योग्य पंडित द्वारा ही हम करवाते हैं, और हम इस पूजा को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से करवाते हैं।
Muhurth: फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि