अष्टलक्ष्मी पूजा
अष्टलक्ष्मी पूजा एक प्रमुख हिंदू पूजन विधि है जिसमें भगवान विष्णु की प्रधान सहायिका माँ लक्ष्मी की आठ विभिन्न स्वरूपों की आराधना की जाती है। इन आठ लक्ष्मियों के नाम हैं – आदि लक्ष्मी, धान्य लक्ष्मी, धैर्य लक्ष्मी, गज लक्ष्मी, संपत्ति लक्ष्मी, विद्या लक्ष्मी, विजय लक्ष्मी, और धन लक्ष्मी। अष्टलक्ष्मी पूजा का मुख्य उद्देश्य समृद्धि, सफलता, और सुख-शांति की प्राप्ति है। इस पूजा में विशेष रूप से माँ लक्ष्मी के आठ स्वरूपों की पूजा की जाती है और पूजन के बाद उन्हें प्रसाद भोग दिया जाता है। यह पूजा धन और समृद्धि की प्राप्ति के लिए प्रसिद्ध है। विशेषकर व्यापारिक उद्यमियों और व्यापारिक स्थानों पर इसे विशेष रूप से इनकी पूजा की जाती है। यह पूजा माँ लक्ष्मी की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने का एक प्रमुख माध्यम माना जाता है।
अष्टलक्ष्मी पूजा के लाभ
- धन संपत्ति की प्राप्ति: यह पूजा धन संपत्ति की प्राप्ति में सहायक होती है।
- स्थायित्व और सुरक्षा: अष्टलक्ष्मी पूजा से स्थायित्व और सुरक्षा मिलती है।
- विद्या और बुद्धि की प्राप्ति: इस पूजा से विद्या और बुद्धि की प्राप्ति होती है।
- समृद्धि और समृद्धि: यह पूजा समृद्धि और समृद्धि में मदद करती है।
- व्यापार में सफलता: अष्टलक्ष्मी पूजा से व्यापार में सफलता प्राप्त होती है।
- स्वास्थ्य और व्यायाम: इस पूजा से स्वास्थ्य और व्यायाम में सुधार होता है।
- कार्य क्षेत्र में समर्थता: अष्टलक्ष्मी पूजा से कार्य क्षेत्र में समर्थता और उत्साह मिलता है।
- संतान सुख: इस पूजा से संतान सुख मिलता है।
- पारिवारिक सुख: यह पूजा पारिवारिक सुख और समृद्धि में मदद करती है।
- शांति और समृद्धि: अष्टलक्ष्मी पूजा से शांति और समृद्धि मिलती है।
- कर्म फल की प्राप्ति: इस पूजा से कर्म फल की प्राप्ति होती है।
- अच्छे स्वास्थ्य: यह पूजा अच्छे स्वास्थ्य की देखभाल करती है।
- धार्मिक उद्देश्यों की प्राप्ति: अष्टलक्ष्मी पूजा से धार्मिक उद्देश्यों की प्राप्ति होती है।
- समृद्धि और सफलता: यह पूजा समृद्धि और सफलता में सहायक होती है।
- भविष्य की सुरक्षा: इस पूजा से भविष्य की सुरक्षा होती है।
- सफल विवाह और पति-पत्नी सुख: अष्टलक्ष्मी पूजा से सफल विवाह और पति-पत्नी सुख मिलता है।
- उच्च उद्देश्यों की प्राप्ति: यह पूजा उच्च उद्देश्यों की प्राप्ति में मदद करती है।
- शक्ति और साहस: इस पूजा से शक्ति और साहस मिलता है।
- संतान की प्राप्ति: अष्टलक्ष्मी पूजा से संतान की प्राप्ति होती है।
- कार्यों में सफलता: इस पूजा से कार्यों में सफलता मिलती है और व्यक्ति के जीवन में सुख और समृद्धि आती है।