महाविद्या भुवनेश्वरीका त्रियाक्षर मंत्र साधना का विशेष महत्व है। यह साधना देवी भुवनेश्वरी को समर्पित होती है और इसमें तीन अक्षर के मंत्र का जाप किया जाता है। तीन अक्षर का मंत्र “ऐं ह्रीं सौः” है, जो देवी भुवनेश्वरी का शक्तिशाली बीज मंत्र माना जाता है। इस साधना को करने के लिए साधक को विशेष रूप से किसी शांत और पवित्र स्थान का चयन करना चाहिए। साधक को देवी भुवनेश्वरी की मूर्ति या चित्र के सामने बैठकर तीन अक्षर मंत्र का जाप करना चाहिए। जाप के दौरान साधक को मन को एकाग्र करके देवी भुवनेश्वरी का ध्यान करना चाहिए और उनकी कृपा प्राप्त करने की प्रार्थना करनी चाहिए। यह साधना साधक की सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने में सहायक होती है और उसे जीवन में सुख-समृद्धि प्रदान करती है।
त्रियाक्षर मंत्र लाभ:
- आध्यात्मिक उन्नति: यह मंत्र साधक को आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़ने में सहायता करता है और उसे उच्चतर चेतना की ओर प्रेरित करता है।
- मानसिक शांति: इस मंत्र का नियमित जाप मन को शांति और स्थिरता प्रदान करता है, जिससे मानसिक तनाव और चिंता दूर होती है।
- आकर्षण और वशीकरण: यह मंत्र व्यक्ति के आकर्षण को बढ़ाता है और उसे दूसरों पर सकारात्मक प्रभाव डालने में सहायक होता है।
- सुख-समृद्धि: इस मंत्र के जाप से जीवन में सुख और समृद्धि आती है, और साधक के जीवन में धन और वैभव की प्राप्ति होती है।
- सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान: सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करता है और उसे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक होता है।
- स्वास्थ्य लाभ: इस मंत्र का जाप करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और साधक को ऊर्जा और शक्ति प्राप्त होती है।
- रक्षा और सुरक्षा: यह मंत्र साधक को नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करता है।
- आत्मविश्वास में वृद्धि: इस मंत्र के जाप से साधक का आत्मविश्वास बढ़ता है और उसे जीवन में सफलता प्राप्त करने में सहायता मिलती है।
- संबंधों में सुधार: यह मंत्र साधक के संबंधों को सुधारने और उन्हें मजबूत बनाने में सहायक होता है।
- सिद्धि प्राप्ति: इस मंत्र के नियमित जाप से साधक को विभिन्न प्रकार की सिद्धियों की प्राप्ति होती है और उसे दिव्य शक्तियों का अनुभव होता है।
Triya Akshar Sadhana Samagri:
- Siddh Triya Akshar yantra
- Triya Akshar mala
- Siddh aasan
- Triya Akshar shringar
- Raksha sutra
- white chirmi beads
- Siddh Triya Akshar gutika
- Triya Akshar sadhana method
- Mantra
- Deeksha