दशामा पूजा
दशामा पूजा गुजरात और राजस्थान में विशेष रूप से लोकप्रिय है। दशामा को एक शक्तिशाली देवी के रूप में पूजा जाता है, जो अपने भक्तों की सभी समस्याओं का निवारण करती हैं। दशामा, जिन्हें दशा माता भी कहा जाता है, का पूजन विशेष रूप से उन परिवारों द्वारा किया जाता है जो अपने घरों में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हैं। दशामा पूजा का आयोजन विशेष रूप से दशा माता व्रत के दौरान किया जाता है। यह पूजा भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को की जाती है। इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और अपने परिवार की भलाई और सुख-समृद्धि के लिए दशामा का पूजन करती हैं।
दशामा पूजा के लाभ
- परिवार में सुख-शांति: घर में सुख और शांति बनी रहती है।
- समृद्धि: आर्थिक समृद्धि और संपन्नता की प्राप्ति होती है।
- स्वास्थ्य लाभ: परिवार के सभी सदस्यों को स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
- संकटों से रक्षा: जीवन में आने वाले सभी संकटों और समस्याओं से रक्षा होती है।
- विवाह में सफलता: विवाह संबंधी समस्याओं का निवारण होता है और दांपत्य जीवन सुखमय होता है।
- संतान सुख: संतान प्राप्ति और संतान की खुशहाली के लिए लाभकारी होती है।
- धार्मिक उन्नति: धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति होती है।
- कर्ज से मुक्ति: कर्ज और वित्तीय समस्याओं से राहत मिलती है।
- कार्य में सफलता: कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
- भयमुक्ति: जीवन में मौजूद सभी प्रकार के भय और चिंताओं से मुक्ति मिलती है।
- रिश्तों में सुधार: पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों में सुधार होता है।
- सौभाग्य में वृद्धि: सौभाग्य और भाग्य में वृद्धि होती है।
- पेशेवर उन्नति: पेशेवर जीवन में उन्नति और सफलता प्राप्त होती है।
- धैर्य और साहस: धैर्य और साहस को बढ़ावा मिलता है।
- पारिवारिक प्रेम: परिवार के सभी सदस्यों के बीच प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है।
- सुखद यात्रा: यात्रा के दौरान सुरक्षा और सफलता सुनिश्चित होती है।
- शत्रुओं से सुरक्षा: शत्रुओं और बुरी शक्तियों से सुरक्षा मिलती है।
- शांति और संतोष: जीवन में शांति, सुरक्षा और संतोष की प्राप्ति होती है।
- शिक्षा में सफलता: शिक्षा और ज्ञान प्राप्ति में सफलता मिलती है।
- आध्यात्मिक प्रगति: आध्यात्मिक उन्नति और आत्मा की शुद्धि होती है।
हम इस पूजा को योग्य पंडित द्वारा करवाते हैं। इस पूजा को ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से करवा सकते हैं।