भद्रा पूजा
भद्रा पूजा हिंदू धर्म में माँ भद्रकाली की उपासना का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस पूजा को भद्रा नक्षत्र के दिन, जो कि हिंदू पंचांग के अनुसार महत्वपूर्ण माना जाता है, की जाती है। यह पूजा माँ काली के रूप में भद्रकाली की प्रार्थना और उपासना का अंतर्मुखी अनुभव प्रदान करती है। माँ भद्रकाली विशेष रूप से संकटों और कष्टों के निवारण की देवी मानी जाती है, जिससे श्रद्धालुओं को आत्मविश्वास प्राप्त होता है।
भद्रा पूजा का महत्वपूर्ण उद्देश्य है नकारात्मकता, भय, और दुःखों को दूर करना और शुभ विचारों को प्रोत्साहित करना। यह पूजा शक्ति और साहस का स्रोत प्रदान करती है और व्यक्ति को अध्यात्मिक उन्नति और आध्यात्मिक संपन्नता की दिशा में अग्रसर करती है। इस पूजा के द्वारा श्रद्धालुओं को धन, स्वास्थ्य, संतान सुख, और परिवारिक समृद्धि की प्राप्ति होती है। वे व्यापारिक समस्याओं से मुक्त होते हैं और अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्टता की प्राप्ति करते हैं। भद्रा पूजा से व्यक्ति का जीवन समृद्धि, शांति, और समृद्धि से भरा होता है और वह अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में समर्थ होता है।
भद्रा पूजा के लाभ
- धन की प्राप्ति में सहायता।
- स्वास्थ्य और व्यावसायिक समृद्धि का समर्थन।
- कष्टों और संकटों से मुक्ति।
- शक्ति और साहस का वृद्धि।
- बुराईयों से रक्षा करने में सहायक।
- पारिवारिक और सामाजिक समृद्धि।
- धर्मिक एवं आध्यात्मिक उन्नति।
- माँ काली की कृपा प्राप्ति।
- नकारात्मक ऊर्जा का निवारण।
- आत्मविश्वास और सफलता की प्राप्ति।
- संतान सुख की प्राप्ति।
- व्यापार में वृद्धि।
- कार्यक्षेत्र में उत्कृष्टता की प्राप्ति।
- भयमुक्त और साहसी बनने में सहायक।
- स्वास्थ्य की रक्षा और वृद्धि।
- शांति और सुख की प्राप्ति।
- नकारात्मकता से मुक्ति।
- कार्यक्षेत्र में स्थिरता की प्राप्ति।
- आत्मा की शुद्धि और उन्नति।
- माँ काली की कृपा से जीवन में उत्कृष्टता की प्राप्ति।
हम इस पूजा को योग्य पंडित द्वारा करवाते हैं। इस पूजा को ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से करवा सकते हैं।
मुहुर्थः भद्रा नक्षत्र