इस आत्म चेतना यंत्र को ११०१ बार आत्मचेतना मंत्र से सिद्ध (energized) किया गया है। ये एक शक्तिशाली आध्यात्मिक यंत्र है जिसका उपयोग आत्मज्ञान, आत्म अवलोकन और आध्यात्मिक उन्नति के लिए किया जाता है। इस यंत्र की पूजा करने से व्यक्ति को मानसिक शांति, आत्मिक बल और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। यहां आत्म चेतना यंत्र के कुछ महत्वपूर्ण वर्णन दिए गए हैं:
आत्म चेतना यंत्र का महत्व:
- आध्यात्मिक जागृति: आत्म चेतना यंत्र की साधना से व्यक्ति को अपनी आत्मा के बारे में गहराई से जानने का अवसर मिलता है।
- मन की शांति: इस यंत्र की नियमित साधना से मानसिक तनाव और चिंता कम होती है और मन को शांति मिलती है।
- आत्मिक बल: आत्म चेतना यंत्र व्यक्ति को आत्मिक बल प्रदान करता है, जिससे वह जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकता है।
- सकारात्मक ऊर्जा: इस यंत्र की साधना से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है, जो जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाता है।
आत्म चेतना यंत्र का उपयोग:
- ध्यान और साधना: आत्म चेतना यंत्र का उपयोग ध्यान और साधना के दौरान किया जा सकता है। यह मन को एकाग्र करने में मदद करता है।
- पूजा स्थल पर स्थापना: इसे पूजा स्थल पर स्थापित करके इसकी नियमित पूजा करनी चाहिए। यह स्थान की पवित्रता और ऊर्जा को बढ़ाता है।
- मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य: आत्म चेतना यंत्र की साधना से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- जीवन में संतुलन: इस यंत्र की साधना से जीवन में संतुलन और सामंजस्य प्राप्त होता है।
आत्म चेतना यंत्र की साधना विधि:
- स्वच्छ स्थान का चयन: साधना के लिए एक स्वच्छ और शांत स्थान का चयन करें।
- प्रातःकाल या संध्या समय: प्रातःकाल या संध्या समय साधना करना श्रेष्ठ होता है।
- इस यंत्र की स्थापना व पूजा सोमवार के दिन से करे।
- ध्यान मुद्रा: ध्यान मुद्रा में बैठें और यंत्र को अपने सामने रखें।
- मंत्र जाप: आत्म चेतना यंत्र के साथ संबंधित मंत्रों का जाप करें। यह मंत्र जाप मन को एकाग्र करता है और यंत्र की ऊर्जा को सक्रिय करता है।
- मंत्रः “ॐ आत्मचैतन्याय विद्महे परमात्मने धीमहि। तन्नो आत्मा प्रचोदयात् ” “OM AATMACHETANAAY VIDYAMAHE PARMAATMANE DHEEMAHI TANNO AATMAA PRACHODAYAAT”
आत्म चेतना यंत्र की विशेषताएँ:
- यंत्र का निर्माण: यह यंत्र को प्रिंटिंग पेपर पर बनाकर उसके पीछे भोजपत्र पेपर लगाकर लैमिनेट करके पूजा की जाती है।
- वेदिक मंत्रों से प्राण प्रतिष्ठित: यंत्र को वेदिक मंत्रों से प्राण प्रतिष्ठित किया जाता है, जिससे इसमें विशेष ऊर्जा और शक्ति आती है।
- पूजा: इस यंत्र का विधिवत पूजा करे और लाभ को अनुभव करे।
आत्म चेतना यंत्र की साधना करने से व्यक्ति को जीवन में आत्मिक उन्नति और सुख-शांति प्राप्त होती है। इसे सही विधि और नियमितता से करने पर सर्वोत्तम परिणाम मिलते हैं।