दुर्वा गणपति पूजा
दुर्वा गणपति पूजा हिंदू धर्म में भगवान गणेश की विशेष पूजा है, जिसमें भगवान गणेश को दुर्वा घास अर्पित की जाती है। यह पूजा गणेश चतुर्थी, विशेष पर्व, या किसी भी शुभ अवसर पर की जाती है। दुर्वा घास को भगवान गणेश के प्रिय पदार्थों में से एक माना जाता है, और उन्हें अर्पित करने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं। दुर्वा गणपति पूजा में भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर के सामने दुर्वा घास का अर्पण किया जाता है। दुर्वा घास को ग्यारह, इक्कीस, या इकतीस गांठों में अर्पित किया जाता है। इसके बाद भगवान गणेश की आरती की जाती है और विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है। इस पूजा के दौरान, भगवान गणेश को मिठाइयाँ, फल, और अन्य प्रसाद भी अर्पित किए जाते हैं। पूजा में स्वच्छता और पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है ताकि भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त हो सके।
दुर्वा गणपति पूजा के लाभ
- बाधाओं का निवारण: सभी प्रकार की बाधाओं और कष्टों से मुक्ति।
- सुख-समृद्धि: घर में सुख और समृद्धि का आगमन।
- आर्थिक स्थिरता: धन-धान्य की प्राप्ति और आर्थिक स्थिरता।
- स्वास्थ्य लाभ: स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से मुक्ति और उत्तम स्वास्थ्य।
- मन की शांति: मानसिक शांति और संतुलन।
- विद्या और बुद्धि: ज्ञान और बुद्धि की वृद्धि।
- परिवारिक कल्याण: परिवार में शांति और सुख-शांति का वातावरण।
- व्यापार में सफलता: व्यापार और व्यवसाय में उन्नति।
- संकटों का समाधान: जीवन के संकटों और समस्याओं का समाधान।
- शुभ कार्यों में सफलता: सभी शुभ कार्यों में सफलता।
- विघ्नों का नाश: जीवन के विघ्नों का नाश।
- विवाहिक जीवन में सुख: विवाहित जीवन में सुख और संतोष।
- धार्मिक उन्नति: धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति।
- लक्ष्य की प्राप्ति: अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायता।
- संतान सुख: संतान प्राप्ति और संतान की उन्नति।
- नकारात्मक ऊर्जा का नाश: नकारात्मक ऊर्जा और बुरी नजर का नाश।
- भक्ति और श्रद्धा में वृद्धि: भगवान गणेश के प्रति भक्ति और श्रद्धा में वृद्धि।
- मानसिक शक्ति: मानसिक शक्ति और साहस की प्राप्ति।
- शत्रुओं से रक्षा: शत्रुओं और विरोधियों से रक्षा।
- सभी प्रकार की सिद्धि: सभी प्रकार की सिद्धियों की प्राप्ति।
हम इस पूजा को योग्य पंडित द्वारा करवाते हैं। इस पूजा को ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से करवा सकते हैं।
Muhurth: Wednesday, Chaturthi.