५ मुखी रुद्राक्ष माला
भगवान शिव की कृपा दिलाने वाला ये रुद्राक्ष माला मन की शांती के साथ परिवार की सुरक्षा भी प्रदान करता है। “रुद्राक्ष” शब्द “रुद्र” (भगवान शिव का एक नाम) और “अक्ष” (आंखें) से बना है, जिसका अर्थ है भगवान शिव के आंसू। आमतौर पर 108 दाने वाली माला जप माला मानी जाती है और १०१ दाने वाली माला पहनने वाली माला मानी जाती है।
रुद्राक्ष माला के लाभ
- आध्यात्मिक लाभ:
- आध्यात्मिक विकास और ध्यान अभ्यास को बढ़ावा देती है।
- मानसिक शांति और स्पष्टता प्राप्त करने में मदद करती है।
- आध्यात्मिक अभ्यास के दौरान गहरी एकाग्रता और ध्यान को सुविधाजनक बनाती है।
- स्वास्थ्य लाभ:
- विभिन्न बीमारियों के उपचार में सहायक मानी जाती है।
- रक्त परिसंचरण में सुधार करती है और हृदय की धड़कन को स्थिर करती है।
- तनाव, चिंता और अवसाद को कम करती है और शांति का अनुभव कराती है।
- भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक लाभ:
- भावनात्मक ऊर्जा को संतुलित करती है और जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देती है।
- भय और फोबिया को दूर करने में मदद करती है।
- नकारात्मक ऊर्जाओं और प्रभावों से सुरक्षा प्रदान करती है।
रुद्राक्ष माला के मंत्र
रुद्राक्ष माला को धारण करते समय, निम्नलिखित मंत्रों का जाप आमतौर पर किया जाता है:
- ॐ नमः शिवाय: “OM NAMAHA SHIVAAY”
- यह भगवान शिव को समर्पित एक शक्तिशाली और पवित्र पंचाक्षरी मंत्र है।
- यह मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध करता है और शांति और स्पष्टता लाता है।
रुद्राक्ष माला का उपयोग करते समय, इसकी पवित्रता बनाए रखना महत्वपूर्ण है। इसे नियमित रूप से साफ करें और उपयोग में नहीं होने पर इसे एक पवित्र स्थान पर रखें। भक्ति और नियमितता के साथ इन मंत्रों का जाप रुद्राक्ष माला के लाभों को बढ़ा देता है।
याद रखे पहनने के लिये १०१ दानों की माला व मंत्र जप के लिये १०८ दानों की माला का प्रयोग करे।