रोग प्रतिरोधक शक्ति बढाने वाला “धन्वंतरि रक्षा कवच” एक ऐसा शक्तिशाली कवच है जो भगवान धन्वंतरि की कृपा और आशीर्वाद से स्वास्थ्य, लंबी आयु, और रोग मुक्ति की प्राप्ति में सहायक होता है। इस कवच को पहनने से व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य मिलता है और उसे जीवन में स्वस्थ्य और सुख की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, यह कवच व्यक्ति को धार्मिक और आध्यात्मिक दिशा में अग्रसर बनाता है और उसे धर्म का पालन करने की प्रेरणा प्रदान करता है।
“धन्वंतरि रक्षा कवच” के लाभ:
- स्वास्थ्य: यह कवच व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य और रोग मुक्ति में सहायक होता है।
- लंबी आयु: इस कवच को पहनने से व्यक्ति की आयु बढ़ सकती है और उसे लंबी आयु की प्राप्ति हो सकती है।
- सुख और समृद्धि: इस कवच को पहनने से व्यक्ति को सुख और समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है।
- धार्मिक उद्देश्यों की प्राप्ति: यह कवच व्यक्ति को धार्मिक और आध्यात्मिक उद्देश्यों की प्राप्ति में सहायक हो सकता है।
धन्वंतरि रक्षा कवच का मुहूर्त और धारण की विधि:
- धन्वंतरि जयंती: धन्वंतरि जयंती के दिन या उससे पूर्व “धन्वंतरि रक्षा कवच” को पहनने से लाभ हो सकता है। धन्वंतरि जयंती भारतीय कैलेंडर के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाई जाती है।
- पूर्णिमा: कुछ लोग “धन्वंतरि रक्षा कवच” को पूर्णिमा के दिन भी पहनते हैं। पूर्णिमा के दिन कवच को पहनने से भी लाभ होता है।
- मंगलवार: मंगलवार को भी इस कवच को पहनने से लाभ हो सकता है। मंगलवार को भगवान धन्वंतरि का विशेष पूजन किया जाता है।