इस महाकाली कवच को ११००० काली मंत्र से सिद्ध किया गया है। महाकाली रक्षा कवच को धारण करने से व्यक्ति को शत्रुओं से सुरक्षा मिलती है, उसका भय दूर होता है और उसे सफलता की प्राप्ति होती है। साथ मे प्रभावित करने की क्षमता बढती है। यह कवच को धारण करने से महाकाली की अद्भुत कृपा मिलती है।
महाकाली रक्षा कवच के १२ लाभ:
- शत्रुओं से रक्षा करता है।
- भय को दूर करता है।
- सफलता की प्राप्ति में सहायक होता है।
- रोगों से मुक्ति प्रदान करता है।
- व्यापार में वृद्धि करता है।
- सुख और शांति प्रदान करता है।
- आर्थिक स्थिति में सुधार करता है।
- मनोवांछित लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक होता है।
- कष्टों और विपत्तियों से मुक्ति प्रदान करता है।
- शत्रुओं को नष्ट करने में सहायक होता है।
- दुर्भाग्य को दूर करता है।
- महाकाली की कृपा प्राप्ति में सहायक होता है।
महाकाली रक्षा कवच धारण की विधि:
- प्रारंभ में गणेश और देवी काली का पूजन करें।
- शनिवार को सूर्यास्त के बाद ५४० बार काली मंत्र का जप करके कवच को धारण कर॥
- महाकालो मंत्र – ॥ॐ क्रीं क्रीं क्रीं कालिके फट्ट॥ “OM KREEM KREEM KALIKE FATT”
- पाठ के बाद देवी की आरती कर अपनी मनोकामना करे।
मुहूर्त और दिन:
- महाकाली रक्षा कवच को शनिवार, ग्रहण या अमावस्या को सूर्यास्त के बाद धारं करे।
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