नटी यक्षिणी साधना ऐसी साधना है जिसे करने से आकर्षण, सुंदरता, चुंबकीय शरीर व प्रभावित करने की क्षमता प्राप्त होती है। इस साधना का उद्देश्य अनेक लाभ प्राप्त करना है, जैसे संपत्ति, समृद्धि, सुरक्षा, और इच्छाओं की पूर्ति। इस साधना को निष्ठा और समर्पण के साथ करना अत्यंत आवश्यक है, और साधना के दिए गए निर्देशों और अभ्यासों का पालन करना चाहिए। साधक को साधना के दौरान शरीर, मन, और इच्छाओं की पवित्रता को बनाए रखना चाहिए।
यक्षिणी नटी साधना के लाभ:
- संपत्ति और समृद्धि: यह साधना संपत्ति और समृद्धि को बढ़ाने में मदद करती है।
- सुरक्षा और रक्षा: यक्षिणियों की कृपा से साधक को सुरक्षित और सुरक्षित महसूस कराने में मदद मिलती है।
- इच्छा पूर्ति: यह साधना अनिश्चित इच्छाओं की पूर्ति में सहायता करती है।
- आत्मविश्वास: साधना से आत्मविश्वास मजबूत हो सकता है और व्यक्ति को अपनी क्षमताओं में विश्वास मिलता है।
- आत्म-विकास: इस साधना से आत्म-विकास हो सकता है और व्यक्ति की प्राकृतिक गुणों का विकास होता है।
- आत्म-ज्ञान: यक्षिणियों की साधना द्वारा आत्म-ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है और व्यक्ति को अपने आत्मा की समझ में मदद मिलती है।
- आत्म-परिचय: साधना से आत्म-परिचय की ओर ले जाया जा सकता है और व्यक्ति को अपने स्वार्थों और मूल्यों का सही समझने में मदद मिलती है।
- आत्म-विश्राम: इस साधना से व्यक्ति को आत्म-विश्राम मिल सकता है और उसे अपने अंदर की शांति का अनुभव होता है।
- कर्म सिद्धि: यह साधना कर्म सिद्धि में सहायता प्रदान कर सकती है और कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
- सामर्थ्य और सक्षमता: यक्षिणी नटी साधना से व्यक्ति में समर्थता और सक्षमता की भावना विकसित होती है।
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