महाविद्या तारा १० महाविद्या मे से एक महाविद्या मानी जाती है। ये उच्चकोटी की साधना होती है, जो देवी तारा की पूजा और ध्यान पर आधारित है। महाविद्या तारा को प्रमुख रूप से अचानक धन प्रदान करने वाली, संकट से मुक्ति, ज्ञान, और सुरक्षा प्रदान करने वाली देवी माना जाता है। तारा देवी का स्वरूप अत्यंत विशिष्ट और शक्तिशाली है। इन्हे नीले रंग की देवी के रूप में जाना जाता है, जो शेर पर सवार होती हैं। उनके चार हाथ होते हैं जिनमें वे खड्ग, खप्पर, कमल, और अभय मुद्रा में होते हैं। तारा देवी के इस स्वरूप का ध्यान करने से साधक को भयमुक्ति और शांति प्राप्त होती है।
महाविद्या तारा साधना लाभ:
- संकटों से मुक्ति: तारा देवी सभी प्रकार के संकटों और बाधाओं से रक्षा करती हैं।
- ज्ञान: वे अद्वितीय ज्ञान और बुद्धि प्रदान करती हैं।
- समृद्धि: तारा देवी की कृपा से भक्तों को धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
- स्वास्थ्य: तारा देवी स्वास्थ्य समस्याओं से मुक्ति दिलाती हैं और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखती हैं।
- विघ्नों का निवारण: तारा साधना जीवन की बाधाओं और कठिनाइयों को दूर करने में मदद करती है |
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