बटुक भैरव पूजा
बटुक भैरव पूजा हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है, जिसमें भगवान भैरव के बाल रूप की पूजा की जाती है। बटुक भैरव को संकट हरण करने वाला और भक्तों की रक्षा करने वाला देवता माना जाता है। इस पूजा में भगवान बटुक भैरव का आवाहन, अभिषेक, मंत्र जाप, हवन और प्रसाद अर्पण किया जाता है। भक्तगण विशेष रूप से काले तिल, सरसों का तेल, काले वस्त्र और नारियल आदि अर्पित करते हैं। बटुक भैरव की पूजा से जीवन में आने वाले सभी प्रकार के विघ्न, बाधाओं और शत्रुओं का नाश होता है, साथ ही मनोकामनाओं की पूर्ति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस पूजा को विधिपूर्वक करने से भैरव जी की कृपा प्राप्त होती है, जिससे भक्त को मानसिक शांति, आत्मबल और समस्त भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
बटुक भैरव पूजा लाभ
- ज्ञान प्राप्ति: ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है।
- आर्थिक स्थिरता: आर्थिक संघर्षों में स्थिरता आती है।
- शत्रु संहार: शत्रुओं से रक्षा होती है और उन्हें नष्ट किया जाता है।
- पापों का नाश: पूर्वजों के पापों का नाश होता है।
- आध्यात्मिक उन्नति: आत्मिक विकास में सहायता मिलती है।
- रोग निवारण: रोगों से मुक्ति मिलती है।
- संतान सुख: पुत्र-पौत्र प्राप्ति में सहायता मिलती है।
- धन समृद्धि: धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- कष्टों का नाश: समस्याओं और कष्टों का समाधान होता है।
- परिवार समृद्धि: परिवार में समृद्धि और समरसता बढ़ती है।
- व्यापार में सफलता: व्यापार में वृद्धि और सफलता मिलती है।
- कार्य सिद्धि: सभी कार्यों में सफलता प्राप्ति होती है।
- धर्मिक उन्नति: धार्मिक और नैतिक उन्नति होती है।
- सामाजिक समरसता: समाज में समरसता और सहयोग बढ़ता है।
- रिक्ति का पूर्ति: आर्थिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से संपूर्णता की प्राप्ति होती है।
- मनोवैज्ञानिक संतुलन: मानसिक स्थिरता और संतुलन प्राप्त होता है।
- विशेष कार्यों में सफलता: विशेष कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
- धर्म पालन: धर्म और नैतिकता का पालन मजबूत होता है।
- विजय प्राप्ति: हर कार्य मे विजय की प्राप्ति होती है।
- आत्मिक संवाद: भगवान के साथ आत्मिक संवाद में सहायता मिलती है।
हम इस पूजा को योग्य पंडित द्वारा करवाते हैं। इस पूजा को ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से करवा सकते हैं।