बगलामुखी दीक्षा: शत्रु नाश, वाणी सिद्धि और विजय शक्ति का दिव्य रहस्य, गृहस्थों हेतु
Bagalamukhi Deeksha जब जीवन में बार बार बाधाएँ आती हैं, लोग बिना कारण विरोध करते हैं, वाणी का प्रभाव कम हो जाता है और सफलता सामने होकर भी हाथ से निकल जाती है, तब साधक देवी शक्ति की शरण खोजता है. बगलामुखी दीक्षा इसी शक्ति का दिव्य द्वार है. इस दीक्षा का उद्देश्य साधक के भीतर वह ऊर्जा जगाना है जो नकारात्मक शक्तियों को रोक दे, शत्रुओं का प्रभाव समाप्त करे और वाणी को तेज, सत्य और प्रभावशाली बना दे. कई साधकों को लगता है कि यह साधना केवल तांत्रिक के लिए है. ऐसा नहीं है. यह गृहस्थ साधकों के लिए भी अत्यंत कल्याणकारी है.
DivyayogAshram के माध्यम से दी जाने वाली बगलामुखी दीक्षा परंपरा आधारित है, साधक उन्नति, आत्मविश्वास और सुरक्षा प्राप्त करता है. इस दीक्षा के साथ मंत्र सिद्ध माला भी प्राप्त की जा सकती है, जो साधना के प्रभाव को कई गुना बढ़ाती है. यह दीक्षा ऑनलाइन या ऑफलाइन ली जा सकती है. 20 वर्ष से ऊपर कोई भी शख्स इसे ग्रहण कर सकता है. पति पत्नी मिलकर दीक्षा लें तो लाभ अधिक होता है. अत्यधिक लाभ के लिये दीक्षा के साथ यंत्र और माला भी ले सकते हैं.
बगलामुखी दीक्षा की प्रमुख लाभ
- शत्रुओं से रक्षा और विजय प्राप्ति
- कोर्ट केस में अनुकूल परिणाम
- शत्रु की वाणी और शक्ति स्तंभित होना
- नकारात्मक ऊर्जा से पूर्ण सुरक्षा
- वाणी में तेज और प्रभाव वृद्धि
- व्यापार और कार्य में बाधा शांति
- आत्मविश्वास में अद्भुत वृद्धि
- भय, संशय और मानसिक तनाव में राहत
- अचानक लाभ और अवसर मिलना
- घर और परिवार की रक्षा
- मन की स्थिरता और निर्णय क्षमता बढ़ना
- ऊर्जात्मक ढाल बनना
- टकराव में विजय और सम्मान प्राप्ति
- रिश्तों में मजबूत पकड़
- नौकरी और व्यवसाय में स्थिरता
- तांत्रिक और मानसिक आक्रमण से रक्षा
- भयावह स्वप्नों से मुक्ति
- जीवन में प्रतिष्ठा और प्रभाव बढ़ना
- साधना शक्ति का जागरण
- आध्यात्मिक उन्नति और आत्म बल
दीक्षा की जरूरत क्यों होती है
बगलामुखी साधना अत्यंत तेज ऊर्जा है. इसे बिना दीक्षा के करना साधक को भ्रमित कर सकता है. दीक्षा से साधक की ऊर्जा को सही दिशा मिलती है और गुरु शक्ति सुरक्षा प्रदान करती है. जीवन में यदि बार बार बाधाएँ आ रही हों, लोग विरोध करते हों और सफलता रुकती हो, तो दीक्षा अत्यंत आवश्यक होती है.
उपशीर्षक: दीक्षा से साधना फल जल्दी मिलता है
गुरु कृपा से मार्ग स्पष्ट होता है और मन स्थिर रहता है. साधना में भटकाव कम होता है.
Deeksha Muhurth (दीक्षा मुहूर्त)
बगलामुखी दीक्षा विशेष समय में अत्यंत फलदायी होती है. जैसे
- अमावस्या
- पूर्णिमा
- गुरुवार
- नवरात्रि के दिन
- ग्रहण काल
- वज्र टोटक योग
- ब्रह्म मुहूर्त
DivyayogAshram में साधक की कुंडली और ऊर्जा देखकर मुहूर्त निर्धारित किया जाता है, ताकि साधना का प्रभाव अधिक मिले.
Niyam (नियम)
दीक्षा के बाद साधक को कुछ सरल नियम पालन करने होते हैं.
- सत्य वाणी का पालन करें
- गुरु निर्देश का पालन करें
- नियमित मंत्र जप करें
- स्वच्छता और पवित्रता बनाए रखें
- नकारात्मक कर्मों से दूरी रखें
- मांस और नशा त्यागना बेहतर
- साधना में निरंतरता रखें
उपशीर्षक: गृहस्थ भी कर सकते हैं
यह नियम कठिन नहीं हैं. गृहस्थ जीवन में भी सहजता से पालन किए जा सकते हैं.
Who can get Deeksha (कौन दीक्षा ले सकता है)
- कोई भी पुरुष या महिला जो 20 वर्ष से अधिक हो
- गृहस्थ, विद्यार्थी, व्यापारी, प्रोफेशनल
- जो शत्रु बाधा, कोर्ट केस, नौकरी समस्या से जूझ रहा हो
- जो मानसिक और ऊर्जा सुरक्षा चाहता हो
- जो वाणी और व्यक्तित्व शक्ति बढ़ाना चाहता हो
- पति पत्नी मिलकर दीक्षा लें तो लाभ दोगुना होता है
Online या Offline Deeksha
DivyayogAshram में यह दीक्षा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से दी जाती है. ऑनलाइन दीक्षा में ऊर्जात्मक संचार और मंत्र दीक्षा प्रक्रिया वीडियो और ऊर्जा ट्रांसमिशन से सम्पन्न होती है. ऑफलाइन दीक्षा में गुरु स्पर्श और ऊर्जा हस्तांतरण होता है.
दीक्षा के बाद क्या मिलता है
- मंत्र दीक्षा
- साधना निर्देश
- जप संख्या योजना
- सुरक्षा कवच मार्गदर्शन
- प्रश्न समाधान सत्र
अधिक लाभ हेतु मंत्र सिद्ध माला और बगलामुखी यंत्र साथ लिया जा सकता है.
महत्वपूर्ण
1. दीक्षा कितनी अवधि में फल देती है
निष्ठा हो तो 11 से 41 दिनों में परिणाम दिखने लगते हैं.
2. क्या बिना दीक्षा साधना कर सकते हैं
संभव है, पर ऊर्जा अस्थिर हो सकती है. दीक्षा जरूरी है.
3. क्या गृहस्थ साधक कर सकते हैं
हाँ, यह गृहस्थों के लिए भी सरल और सुरक्षित है.
4. क्या नशा त्यागना जरूरी है
हाँ, साधना की शुद्धता के लिए बेहतर है.
5. जप कितने करना होते हैं
गुरु निर्देश अनुसार 5, 11 या 21 माला प्रतिदिन.
6. क्या ऑफलाइन दीक्षा ही सर्वोत्तम है
ऑनलाइन भी समान प्रभावी है. ऊर्जा सीमा नहीं मानती.
7. क्या डरने की आवश्यकता है
यह देवी करुणा शक्ति है. शुद्ध भाव रखें, भय नहीं.
अंत मे
जब साधक सही दिशा में कदम रखता है, देवी उसकी रक्षा और विजय सुनिश्चित करती हैं. बगलामुखी दीक्षा साधारण जीवन को भी दिव्य शक्ति से भर देती है. शत्रु शान्त होते हैं, वाणी प्रभावी होती है और मन स्थिर रहता है. यदि आप जीवन में स्थिरता, सफलता और सुरक्षा चाहते हैं, तो यह दीक्षा आपके लिए उपयुक्त है. DivyayogAshram में परंपरा आधारित दीक्षा प्रक्रिया होती है, जो साधना मार्ग को सरल और शक्तिशाली बनाती है.
यदि आप तैयार हैं, तो निश्चय करें. शक्ति आपका साथ देने के लिए प्रतीक्षा कर रही है.


