अघोर योगिनी दीक्षा – आत्मशक्ति, सौभाग्य और दिव्य संरक्षण का रहस्य
Aghor Yogini Diksha एक अत्यंत रहस्यमय और शक्तिशाली दीक्षा है, जो साधक के भीतर योगिनी शक्तियों का जागरण कर आत्मिक, मानसिक और भौतिक जीवन में संतुलन लाती है। यह दीक्षा साधक को अघोर तत्त्व और योगिनी ऊर्जा के सीधे संपर्क में लाती है, जिससे जीवन में सौभाग्य, आकर्षण, धन और आध्यात्मिक सुरक्षा का प्रवाह शुरू होता है।
DivyayogAshram द्वारा दी जाने वाली यह दीक्षा पूर्णतः सुरक्षित, पवित्र और परिणामकारी है। यह दीक्षा उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो जीवन में स्थायी सफलता, सुरक्षा और शक्ति चाहते हैं।
अघोर योगिनी दीक्षा साधक के कर्मों को तेज करती है और बाधाओं को दूर कर मार्ग को सरल बनाती है।
दीक्षा की आवश्यकता क्यों होती है
योगिनी शक्तियाँ ब्रह्मांड की रहस्यमयी ऊर्जा हैं जो हर व्यक्ति के चारों ओर मौजूद रहती हैं। परंतु साधारण व्यक्ति इन ऊर्जाओं का उपयोग नहीं कर पाता क्योंकि उसकी चेतना सीमित रहती है।
दीक्षा वह माध्यम है जो साधक की चेतना को गुरु की ऊर्जा से जोड़ती है। गुरु का संकल्प साधक के भीतर सुप्त योगिनी शक्तियों को जागृत करता है।
अघोर योगिनी दीक्षा के बिना साधना केवल प्रयास रह जाती है, जबकि दीक्षा के बाद साधक सीधे दिव्य शक्ति से जुड़ता है।
DivyayogAshram की यह दीक्षा साधक के जीवन में आत्मबल, आत्मविश्वास और रहस्यमयी आकर्षण का संचार करती है।
अघोर योगिनी दीक्षा के चमत्कारी लाभ
- आत्मशक्ति और आभा में वृद्धि होती है।
- योगिनी शक्तियों का संरक्षण प्राप्त होता है।
- अचानक धन और अवसर प्राप्त होते हैं।
- ग्रह दोष और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।
- व्यक्ति का आकर्षण और प्रभाव बढ़ता है।
- आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता में सुधार होता है।
- भय, तनाव और चिंता समाप्त होती है।
- साधक की साधना गति पकड़ती है।
- मानसिक स्थिरता और शांति मिलती है।
- जीवन में शुभ संयोग बनते हैं।
- शत्रु और विरोधी निष्क्रिय होते हैं।
- भाग्य और कर्म दोनों अनुकूल होते हैं।
- परिवार में सौहार्द और प्रेम बढ़ता है।
- ध्यान और साधना में गहराई आती है।
- आत्मिक और आध्यात्मिक उन्नति होती है।
- धन, समृद्धि और प्रतिष्ठा मिलती है।
- देवी कृपा और गुरु कृपा प्राप्त होती है।
- रोग और मानसिक दुर्बलता दूर होती है।
- साधक की ऊर्जा दिव्य स्तर पर पहुँचती है।
- जीवन में स्थायी संतुलन और सफलता आती है।
दीक्षा मुहूर्त
अघोर योगिनी दीक्षा के लिए विशेष ग्रह और तिथि का चयन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
यह दीक्षा मुख्य रूप से अष्टमी, पूर्णिमा और शुक्रवार की रात्रि में अत्यधिक प्रभावी होती है।
विशेष मुहूर्त:
- शुक्रवार की संध्या या रात्रि 8 से 10 बजे तक
- अष्टमी या पूर्णिमा की रात
- शरद पूर्णिमा, दीपावली या नवरात्रि काल
- चंद्र और शुक्र तत्त्व के प्रभावी समय में
DivyayogAshram प्रत्येक माह विशेष मुहूर्तों में ऑनलाइन और ऑफलाइन दीक्षा आयोजित करता है।
गुरु संकल्प के माध्यम से यह दीक्षा साधक तक सीधी शक्ति पहुँचाती है।
दीक्षा के नियम
दीक्षा से पूर्व साधक को मन, वाणी और आचरण की शुद्धता अपनानी चाहिए।
- दीक्षा से तीन दिन पहले सात्विक आहार लें।
- नकारात्मक विचारों और वाद-विवाद से दूर रहें।
- स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- दीक्षा के दिन दीपक और धूप जलाएँ।
- गुरु द्वारा बताए गए मंत्र का ध्यान करें।
- दीक्षा के बाद 11 दिनों तक मंत्र जप करें।
- दूसरों को नुकसान पहुँचाने का भाव न रखें।
DivyayogAshram के गुरु दीक्षा के साथ विशेष मंत्र सिद्ध माला, ध्यान विधि और साधना नियम बताते हैं, जिससे साधक दीक्षा के प्रभाव को स्थिर रख सके।
कौन ले सकता है यह दीक्षा
अघोर योगिनी दीक्षा हर व्यक्ति के लिए है जो शक्ति, सौभाग्य और आत्मिक उन्नति चाहता है।
यह दीक्षा लाभकारी है:
- गृहस्थ लोगों के लिए जो परिवारिक स्थिरता और सौभाग्य चाहते हैं।
- साधकों के लिए जो योगिनी साधना में प्रगति चाहते हैं।
- व्यापारियों के लिए जो आर्थिक वृद्धि और सफलता चाहते हैं।
- उन लोगों के लिए जो आत्मविश्वास और आकर्षण बढ़ाना चाहते हैं।
यह दीक्षा DivyayogAshram से ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों रूपों में प्राप्त की जा सकती है।
गुरु की उपस्थिति और संकल्प से दीक्षा का प्रभाव अत्यंत तीव्र होता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. क्या अघोर योगिनी दीक्षा सभी के लिए उपयुक्त है?
हाँ, यह दीक्षा हर व्यक्ति के लिए है जो दिव्य ऊर्जा से जुड़ना चाहता है।
2. क्या ऑनलाइन दीक्षा भी प्रभावी होती है?
हाँ, DivyayogAshram की ऑनलाइन दीक्षा गुरु के संकल्प से समान रूप से कार्य करती है।
3. क्या दीक्षा से साधना में प्रगति होती है?
हाँ, योगिनी शक्ति साधक की साधना को गति देती है।
4. क्या इस दीक्षा से नकारात्मक ऊर्जा हटती है?
हाँ, यह दीक्षा अघोर तत्त्व से नकारात्मकता को नष्ट करती है।
5. क्या दीक्षा लेने के बाद विशेष नियम पालन आवश्यक हैं?
हाँ, गुरु द्वारा बताए गए नियमों का पालन अनिवार्य है।
6. क्या यह दीक्षा महिलाओं के लिए भी उपयुक्त है?
हाँ, यह दीक्षा पुरुष और महिला दोनों के लिए समान रूप से लाभकारी है।
7. DivyayogAshram से संपर्क कैसे करें?
DivyayogAshram की वेबसाइट या आधिकारिक माध्यमों से पंजीकरण किया जा सकता है।
अंत मे
अघोर योगिनी दीक्षा केवल साधना नहीं, बल्कि एक गहन दिव्य अनुभव है जो साधक के भीतर छिपी योगिनी ऊर्जा को जागृत करती है।
यह दीक्षा भय, बाधा और दुर्भाग्य को समाप्त कर जीवन में सौभाग्य, समृद्धि और आत्मिक शक्ति का संचार करती है।
DivyayogAshram द्वारा दी जाने वाली यह दीक्षा पूर्णतः पवित्र, सुरक्षित और अत्यंत प्रभावशाली है।
जो व्यक्ति अपने जीवन में दिव्यता, आकर्षण, और योगिनी कृपा की प्राप्ति चाहते हैं, उन्हें इस दीक्षा में अवश्य सम्मिलित होना चाहिए।
(दीक्षा ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से ली जा सकती है।)
इस दीक्षा के साथ आप “मंत्र सिद्ध माला” भी प्राप्त कर सकते हैं, जो साधना की ऊर्जा को कई गुना बढ़ाती है।


